How To be Happy In Life In Hindi ~ जीवन में खुश कैसे रहें, ये एक कठिन सवाल लग सकता है, मगर इतना कठिन भी नहीं है।
अगर आप वाकई , How To be Happy In Life In Hindi जानना चाहते हैं तो इन 6 बातों को नजरअंदाज करें!
भला ऐसा कौन सा इंसान होगा जो खुश नहीं रहना चाहता है? हम सभी अपनी ज़िन्दगी में ख़ुशी प्राप्त करना चाहते हैं और खुशाल जीवन जीने के सूत्र की तलाश करते रहते हैं। क्यूंकि, इस कलयुग में जीवन जीने का तरीका दिन ब दिन मुश्किल ही होता जा रहा है।
ज़रा नज़र घुमा के तो देखिये, हर जगह हर चीज़ में आपको परेशानी और अशांति ही नज़र आएगी। तो फिर ऐसे में सुखी जीवन जीने का रहस्य क्या हो सकता है? सवाल बहोत बड़ा और अहम् है कि, how to be happy in life?
कुछ ऐसा जिससे हमारी ज़िन्दगी में खुशियों की धूप निखरी निखरी रहे और हम ख़ुशी ख़ुशी जीवन जीने के मूल मंत्र के सहारे एक आसान और खुशाल ज़िन्दगी जियें।

आइये पहले ये देखे कि, हम खुश क्यों नहीं रह पाते?
हम इंसानो से सबसे बड़ी गलती ये होते है कि, हमें खुश रहने के जो भी अवसर मिलते हैं, हम उनपर ध्यान न देकर उन चीज़ों पे ज़्यादा ध्यान देने लगते है, जो हमारे लिए उतने महत्वपूर्ण नहीं होते।
जब तक हम इन चीज़ों और भावनाओं को अपनी ज़िन्दगी से दूर नहीं करते, तब तक हम खुशहाल जीवन जीने के मूल मंत्र से कोसों दूर रहेंगें और तब तक हम सुखी जीवन व्यतीत नहीं कर पाएंगे।
Where I can find happiness in hindi का जवाब हमारे भीतर ही रहता है। ज़रुरत बस उन्हे ढूंढ कर सामने लाना होता है।
ये एक शाश्वत सत्य है कि जब तक आप अनावश्यक चीजों को अनदेखा करना नहीं सीखेंगे तब तक आप कभी खुश नहीं होंगे; जो लोग आपको ऐसा महसूस करते हैं कि आप समय पर फंस गए हैं।
एक बार ऐसा होने के बाद आपके सपने सच हो जाएंगे। आप वास्तव में खुश रहेंगे और अपनी पुरानी आदतों पर लौटने की इच्छा भी नहीं रखेंगे।
इस पोस्ट में आप उन बेसिक पॉइंट्स के बारे में जानेंगे जो आपको बताएँगे कि, how to live a happy life in hindi और आपको एक खुशहाल जीवन की और ले जायेंगे और मेरा यकीं माने, आपका भी जीवन खुशियों से भरा होगा
How To be Happy In Life In Hindi – सुखी जीवन जीने की कला
1. जिन लोगों ने आपको पीछे छोड़ दिया है उनको इग्नोर करें

सच्चाई यह है कि हम सब अतीत में, शब्दों, कार्यों या झूठे वादों से आहत हुए हैं । हम उन्हे बदल नहीं सकते, इसलिए उन्हे वैसा ही रहने दें।
हम जानते है कि हमें उस वक़्त कैसा लगता है जब कोई हमें ऐसे पीछे छोड़ देता है जैसे कि हम उनके लिए कुछ थे ही नहीं।
यह इतना गहरा दर्द दे सकता है कि आप उस दर्द को अतीत से वर्तमान में ले आते हैं और फिर ये आपकी ज़िन्दगी और खुशियों पर हावी हो जाता है।
आप चंद ऐसे लोगों को, जिन्होंने कभी आपकी परवाह ही नहीं की, ज़्यादा importance देने लगते हैं, जब तक आप उनको इग्नोर करना शुरू नहीं करेंगे, आप एक खुशाल जीवन वयतीत नहीं कर सकतें। ।
उस अतीत पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय जिसने आपके दिल को दुखाया था दिल, भविष्य की ओर देखना शुरू कीजिये और बुरी यादों को वही रहने दें, जहाँ उन्हें होना चाहिए ।
इसका कोई और विकल्प न तलाशें, अगर आप सच में एक सुखी जीवन जीना चाहतें हैं तो।
2. हमेशा परफेक्शन पर धयान न दें – How To be Happy In Life Hindi Me

यदि आप सुखी जीवन व्यतीत करना चाहते हैं, तो आपको हमेशा हर चीज़ में परफेक्शन प्राप्त करने की इच्छा को अनदेखा करना पड़ेगा। हम इंसान ही तो हैं, और एक एक इंसान से गलतियां होना सामान्य बात है। फिर चाहे वो आप हों या आपके घर का कोई सदस्य।
हमेशा सही और परफेक्ट होने की उम्मीद न करें, क्योंकि यह यथार्थवादी नहीं है और इससे सिर्फ एक मानसिक दवाब की सृष्टि होती है।
अगर आप हमेशा इसी उधेड़बुन में लगे रहेंगे कि आपका अगला कदम क्या होना चाहिए और आप किस तरह किसी काम को पर्फेक्ट्ली करेंगे, तो ये आपको अशांति की और ही लेता जाएगा। इससे बचें।
आप उन सभी गलतियों को करने के लिए स्वतंत्र हैं जो आपको, आपके गंत्वय स्थान पर जाने के लिए आवश्यक हैं।
इसमें कुछ भी गलत नहीं है । इसे एक ऐसे अनुभव के रूप में देखें जो आपको एक खुशहाल व्यक्ति बना सकता है।
3. इस विचार को अनदेखा करें कि आपको दूसरों को खुश करना है – Sukhi Jivan Jine Ke Sutr – Do what makes you happy in hindi

दरअसल हमें बचपन से ही दूसरों को खुश करना सिखाया जाता है
याद है आपको, जब आप छोटे थे, और आपका कुछ करने का मन नहीं होता था, तो आपके माता-पिता ने आपको किसी और के लिए कुछ ऐसा करने के लिए कहा (बेटा अंकल को पोएट्री सुनाओ, बेटा, अंकल को डांस करके दिखाओ, पिक्चर के डायलॉग सुनाओ, और भी कितना कुछ) और तब अगर आपने अपने दिल की ( न सुनाने- करने की ) बात सुनते तो अपने आप को दोषी महसूस करते थे।
यही कारण है कि अब, वयस्कों के रूप में, हम नहीं जानते कि हमें उस वक्त “न” कैसे कहना है, जब हम कुछ नहीं करना चाहते हैं। और बस इसलिए मन न करते हुए भी हम दूसरों को खुश करने के लिए वो सब करते हैं, जो हमे ख़ुशी नहीं देती।
इस बात से सबक लें और याद रक्खें कि जब तक आप दूसरों को हमेशा खुश करने की इच्छा को नजरअंदाज नहीं करते तब तक आप कभी भी सुखी जीवन नहीं व्यतीत करेंगे ।
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याद रक्खें जब आप ऐसा करते हैं, तो आप अपने जीवन में खुद अपने लिए कम महत्वपूर्ण हो जाते हैं।
ऐसा करते हुए आप एक ख़ुशी से भरी ज़िन्दगी नहीं जी सकते।
इसलिए उन बंधनो को तुरंत छोड़ें और ऐसे लोगों से भी दूर रहें और वो करना शुरू करें, जिससे आपको ख़ुशी मिलती है।
अगली बार, जब किसी बात पे “न ” कहने का मन हो, तो “न ” ही बोलें और देखे कि आपको कितनी ख़ुशी मिलती है।
अपनी ख़ुशी के रचियता आप खुद हैं, इसे दूसरों के हाथ में न सौंपें।
4. अपने नकारात्मक सोच से दूर रहें – सुखी जीवन जीने के तरीके

पुरानी कहावत है, “मनुष्य अपने आप का सबसे बड़ा दुश्मन होता है”।
हम सभी इस बात से सहमत होंगे कि हम हमेशा दूसरों की तुलना में खुद की ज़्यादा आलोचना करते हैं ।
जब तक आप अपने बारे में अच्छा नहीं सोचेंगे और अपनी नेगेटिव थॉट्स से दूर नहीं रहेंगे तब तक न तो आपको शांन्ति मिलेगी और रना ही ख़ुशी।
नकारात्मक सोच आपको हमेशा अपने किसी भी काम में सटिस्फैक्शन नहीं देगा और आप हमेशा उसमे गलतियां निकलते रहेंगे, और इसलिए उन खुशियों से दूर रहेंगे जो अप्प तलाश कर रहे हैं।
आपको हमेशा ऐसा लगता रहेगा जैसे कुछ कमी है, या थोड़ा ठीक और कियस जा सकता है। हालाँकि, इसका मतलब ये कतई नहीं है, कि आपने कुछ गलत किया है।
इसलिए अपने मन में चल रहे सभी नकारात्मक विचारों को बंद कर दें और उन संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित करें जो आपके सामने हैं लेकिन आप अपने नकारात्मकता सोच के कारण नहीं देख पा रहे हैं।
5. अपनी असुरक्षा पर ध्यान न दें – How To Live Happy In Life In Hindi

ज़्यादातर लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करते। आपनिष्चित निश्चित तौर पे इस बात से सहमत होंगे। हम कुछ भी कहें या करें, हमारे दिमाग में हमेशा कुछ और चलता रहता है। कुछ चीज़ें जैसे परेशान किये रखती हैं हमें।
कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम क्या बात के बारे में, वहां हमेशा कुछ है कि हमें परेशान है ।
परेशानी तब होती है, जब ये दिमाग की उथल पुथल हमारी ज़िन्दगी और हमे कंट्रोल करना शुरू करता है। हमारी नकारात्मकता हमारे असुरक्षा की भावना को और बल देती है और ये हमारी ज़िन्दगी में सिवाय चिंताओं और एक परेशां वक़्त के अलावा और कुछ भी नहीं लाता।
एक निश्चित क्रम में चली हुई ये चीज़ें आपके जीवन से खुशियों को बहोत दूर लेकर चली जाती है। बजाय इसके कि, ये नकारात्मकता और असुरक्षा की भावनाएं आपको किसी गर्त में ले जाए, इनसे दूर हो जाना और अपने पास फटकने भी न देना ही सबसे उत्तम उपाय है।
याद है न, आप अपनी खुशियों के और खुसी से भरे जीवन के खुद ही रचियता हैं।
जब ये पूरा संसार ही अनिश्चितताओं का मेला है है, तो फिर थोड़े से अनिश्चितताओं पे ध्यान क्या देना?
जब दुनिया उनसे भरी हुई है तो कुछ असुरक्षाओं की परवाह कौन करता है?
आपमें जितनी भी खूबियां है, बस उस पर ध्यान दें , और आप देखेंगे कि, चीज़ें उतनी भी बुरी नहीं हैं जितनी दिखती थी। आपके अंदर बहोत सारे गुण और अच्छी चीज़ें है, बस ज़रुरत है तो, आपको उन्हे बहार निकलने की।
6. क्रोध से उत्पन्न होने वाले निर्णयों पर ध्यान न दें – सबसे अहम् life tips in hindi

अपनी भावनाओं से लिए गए निर्णय हमेशा गलत होते हैं, और ये गलती हम सब करते हैं, और खासकरके वो निर्णय जो आवेश या गुस्से में लिए जाते हैं।
आपकी भावनाएं आपको नफरत से बाहर की चीजें करने की अनुमति देती हैं, जिसका मतलब है कि आप परिणाम से कभी खुश नहीं होंगे।
जो आपको चोट पहुचाये, उसको चोट पहुंचाकर आप अल्पकालिक संतुष्टि तो प् सकते हैं, मगर पछतावा भी सिर्फ आपको ही होगा।
यही कारण है कि आपको क्रोध से उत्पन्न होने वाले सभी निर्णयों को नजरअंदाज करना होगा, क्योंकि वे आपको सुखी जीवन व्यतीत करने में मदद नहीं करेंगे।
और जब आप एक बार जब आप इन छह चीजों को अनदेखा करना सीख लेते हैं, तो आप देखेंगे कि आपका जीवन कितना सुखी हो है। आप अंत में महसूस करेंगे कि आप खुली हवा में संतुष्टि और ख़ुशी की सांस ले सकते हैं।
कोई नाटक, तनाव और कोई पछतावा नहीं, बस एक खुशाल ज़िन्दगी और रक् सुखी जीवन, अगर मैं ये सब कर सकता हूँ, तो निश्चित तौर पे आप भी कर सकते हैं।
आशा करता हूँ कि एक How To be Happy In Life In Hindi के इस पोस्ट से आपने कुछ ज़रूर सिखा होगा बस अब उसे अपने जीवन में उतारे और खुश रहने की शुरुआत करें।
आपके आनेवाले एक सुखी जीवन को मेरी ढेरों शुभकामनाएं !!