MFs Aur ULIP Me Kya Fark Hota Hai? MFs और ULIP में क्या फर्क होता है ये जान लेंगे तो आपको ही फायदा होगा.
अक्सर इनेस्त्मेंट करने वाले म्यूच्यूअल फंड्स और ULIP में कोई फर्क नहीं समझते हैं. उन्हें यही लता है कि ये दोनों एक ही जैसे प्रोडक्ट हैं.
जबकि ये बात पूरी तरह से गलत है क्योंकि, म्यूचुअल फंड और यूलिप दो विभिन्न तरह के प्रॉडक्ट है. इन दोनों प्रोडक्ट्स को एक जैसा समझने से आपके निवेश में बहुत बड़ी गलती हो सकती है, जिसका खामियाजा आपको आगे भुगतना पड़ सकता है.
म्यूचुअल फंड और यूलिप के कुछेक चीज़े एक दूसरे से मिलते जुलते लगते हैं. इसलिए आम निवेशक जो इन चीजों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखता है।, अक्सर ये गलती कर जाते हैं.
MFs Aur ULIP Me Kya Fark Hota Hai?
आज के इस ऑर्टिकल MFs Aur ULIP Me Kya Fark Hota Hai? में हम म्यूचुअल फंड और ये यूलिप के बेसिक अंतर को समझने की कोशिश करेंगे और देखेंगे कि कैसे म्यूचुअल फंड्स और यूलिप दोनों अलग है. और इससे आपके निवेश को सही जगह लगने में आपको मदद मिलेगी.
MFs Aur ULIP Me Kya Fark Hota Hai?
निवेश करने से पहले आपको इस बात की तो जानकारी होनी ही चाहिए की आप किस प्रॉडक्ट या चीज़ या फंड में निवेश कर रहे हैं. ताकि इससे आपका जो उद्देश्य है उसकी पूर्ति हो सके. अगर किसी फंड को जाने बिना या अपने निवेश के सही जगह पर ना लगने से ना सिर्फ आपका वक्त जाया होगा बल्कि इससे आपको नुकसान भी हो सकता है.
अपने निवेश को ऐसी जगह पर नहीं करना चाहेंगे जो आपके किसी काम का ही ना हो।इससे आपका उद्देश्य पूरा नहीं होगा. तो आइये जानते हैं म्यूचुअल फंड और यूलिप में क्या अंतर है?
जानते हैं ऐसे कुछ बड़े अंतर MF और ULIP के ताकि आप अपना पैसा सही जगह निवेश कर पायें और आपके निवेश से आपको कोई नुक्सान न हो.
म्यूचुअल फंड और यूलिप में फर्क
इन्वेस्टमेंट का फर्क – MF में आपके पैसे को सिर्फ मुनाफा कमाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जबकि, ULIP में आपका निवेश आपको बीमा का कवर भी देता है.
म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं और कुछ वक्त के बाद जब आपको लगता है की आपको किसी दूसरे स्कीम में स्विच करना है तो उसके स्विच ओवर करने के लिए आपको चार्जेज देने पड़ते हैं.
ये charges टैक्स के साथ अतिरिक्त फीस के रूप में हो सकते हैं. जबकि यूलिप में आप एक स्कीम से दूसरे स्कीम में स्विच करने पर आपको किसी भी तरह का फीस या टैक्स नहीं देना पड़ता.
Lock – In पीरियड जहाँ ULIP में अधिक्तार् 5 साल की लॉक-इन पीरियड होती है, वही Open Ended MF की कोई लॉक-इन पीरियड नहीं होती है.
सेक्शन 80सी के तहत टैक्स में रिबेट आपको MF के सिर्फ इक्विटी लिंक्ड प्लान्स (ELSS) में मिलती है वहीँ ULIP के हर प्रीमियम पे टैक्स डिडक्शन की छूट मिलती है.
चार्जेज Mutual Funds में एक्सपेंस रेश्यो के लिए आपको अधिकतम 2.5% चार्जेज देना पड़ सकता है जबकि ULIP के चार्जेज ज्यादा होते हैं.
आशा करता हूँ।कि, अब आप म्यूचुअल फंड और यूलिप के फर्क को अच्छी तरह से समझ चूके होंगे और अब अपना निवेश सुरक्षित तरीके से सही जगह पर भी कर पाएंगे.
आपके वक्त का बहुत बहुत धन्यवाद अगर ये पोस्ट, MFs Aur ULIP Me Kya Fark Hota Hai? आपको उपयोगी लगी हो।तो इसे शेयर करना ना भूलें अपने दोस्तों के साथ.
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