Tanhai Shayari के एहसास और जज़्बात को बहोत शिद्दत से बयां करने की कोशिश की है मैंने इस दर्द ए तन्हाई शायरी पोस्ट में।
इस पोस्ट के ज़्यादातर शेर मेरे अपने हैं, और अकेलेपन और तन्हाई के दर्द को अल्फ़ाज़ों में उतारने की कोशिश है मेरी। अगर आपको इस Tanhai Shayari के मेरे शेर पसंद आते हैं तो मेरी हौसला आफज़ाई ज़रूर करें अपने कमेंट्स से।
तन्हाई शायद ही किसी को अच्छी लगती हो। कौन होगा ऐसा जो तन्हा और अकेला रहना पसंद करे। मार कुछ लोग फिर भी अकेलेपन और अपनी तन्हाई को पसंद करते हैं।
बात अगर चॉइस की है, तो अच्छी बात है, मगर जिन्हे मजबूरी में तन्हा रहना पड़ता है, जिनका बहोत सारा वक़्त तन्हाई में सिर्फ इसलिए गुज़रता है, क्यूंकि उनका कोई अपना नहीं, जिन्हे किसी ने अकेला छोड़ दिया हो, उनका क्या?
कितने ही लोग हैं दुनिया में जिनकी ज़िन्दगी का एक बहोत बड़ा हिस्सा अकेले रहते हुए कट जाता है। ये वो बदनसीब लोग होते हैं, जिनका कोई अपना नहीं होता, जिनके अपने घर नहीं होते, जिन्होंने प्यार में अपना सबकुछ गंवा दिया होता है, या फिर जिन्हे ज़िंन्दगी ने बिलकुल अकेला कर दिया होता है।

कभी सोचियेगा ज़रूर कैसे रहते हैं ये लोग अकेले? कोई बात करने वाला नहीं, कोई हाल पूछने वाला नहीं, कोई टोकने वाला नहीं, कोई आने वाला नहीं, कोई रिश्ता नहीं, कुछ नहीं…
और ये लोग हर रात एक नए अजनबी दिन के इंतज़ार में गुज़ारते हैं। तन्हाई और दिनभर के एहसास इन्हे सोने नहीं देते। मगर ये फिर भी जीते हैं, क्यूंकि, ज़िन्दगी जीनी जो पड़ती है।
आइये ऐसे ही तनहा लोगों के अकेलेपन और तन्हाई से दो चार होते हिंदी में तन्हाई शायरी को पढ़ते और उनके दर्द को समझते हैं।
Tanhai Shayari – The Unexplained Pain

कोई आता अगर मिलने, तो वक़्त गुज़र जाता
मेरा तो कोई नहीं, मैं भला किधर जाता
Koi aata agar milne to waqt guzar jaata
Mera to koi nahin, main bhala kidhar jaata
तुझसे अगर प्यार मैंने किया नहीं होता
इस कदर आज मैं तन्हा नहीं होता
Tujhase agar pyaar mainne kiya nahin hota
Is kadar aaj main tanha nahin hota
मै और मेरी तन्हाई शायरी

मैं और मेरी तन्हाई शायरी के नाम हैं
खाने को ज़ख्म पीने को अश्कों के जाम हैं
Main aur meree tanhaee
Shaayaree ke naam hain
Khaane ko zakhm peene ko
Ashkon ke jaam hain

दूर-दूर तक मायूसी है, फैला एक सन्नाटा है
मेरे कमरे में न कोई आता और न यहाँ से जाता है
Door-door tak maayoosee hai,
Faila ek sannaata hai
Mere kamare mein na koee aata
Aur na yahaan se jaata hai
मैं अकेला दिखता हूँ, होता कभी नहीं
मेरा अकेलापन हमेशा मेरे साथ है
Main akela dikhata hoon, hota kabhee nahin
Mera akelaapan hamesha mere saath hai
Tanhai Shayari in Hindi

फर्क मेरी मौत का किसको पड़ेगा?
बस रोएंगी ये तन्हाइयाँ शायद खोकर मुझे
Phark meree maut ka kisako padega?
Bas roengee ye tanhaiyaan
Shaayad khokar mujhe
मेरे दरवाज़े पे कभी दस्तक होती ही नहीं है
और जेहन में दस्तके-याद रूकती ही नहीं है
Mere daravaaze pe kabhee dastak
Hotee hi nahi hai
Aur jehan mein dastake-yaad
Rooktee hee nahin hai

दर्द ए तन्हाई शायरी में ऐसे हुई बयाँ
अश्क बनी स्याही और दर्द बनी जुबां
Dard e tanhaee shaayaree mein aise huee bayaan
Ashk bani syaahi aur dard bani zubaan
इस भीड़ में भी मेरी तन्हाई नहीं जाती
किस कदर कट गया हूँ ज़िन्दगी से मैं
Is bheed mein bhee meree tanhaee nahin jaatee
Kis kadar kat gaya hoon zindagee se main
मैं तन्हा जिसको याद करता हूँ हमेशा
वो भी मुझको याद करे, ज़रूरी तो नहीं है
Main tanha jisko yaad karta hoon hamesha
Wo bhi mujhako yaad kare
Zarooree to nahin hai
Tanhai Shayari in Hindi 2 lines
तन्हाई में हर ज़ख्म फिर से ताज़ा हुआ
फिर भी मुस्कुराना है, वक़्त का तकाज़ा हुआ

Tanhaee mein har zakhm phir se taaza hua
Phir bhee muskuraana hai, vaqt ka takaaza hua
मुझे कभी तन्हा नहीं होने देती, तन्हाई मेरी
इस कदर मोहब्बत बाखुदा नहीं देखा
Mujhe kabhee tanha nahin hone detee, tanhaee meri
Is kadar mohabbat baakhuda nahin dekha
Shayari On Tanhai

मर गए होते कब के अगर ये ख़वाब न होते
अक्सर आते हैं वो मिलने मुझसे मेरे सो जाने के बाद
Mar gaye hote kab ke agar ye khawab nna hote
Aksar aate hainn wo milne mujhse
Mere so jaane ke baad
तसल्लियाँ बहोत मिली कोई साथ न मिला
फिर भी न शिकायत, न किसी से है गिला
Tasalliyaan bahot milee koee saath na mila
Phir bhee na shikaayat, na kisee se hai gila
मैं ख़ुद से पूछ लेता हूँ अपना हालचाल
आती जाती साँसों को मैं टोकता नहीं
Main khud se poochh leta hoon
Apna haalachaal
Aatee jaatee saanson ko main
Tokta nahin
उसने कहा था आँख भर के देख लो मुझे
लेकिन भरी आँखों से वो आते नहीं नज़र
Usne kaha tha aankh bhar ke dekh lo mujhe
Lekin bhari aankhon se wo aate nahin nazar
तन्हाई शायरी इन हिंदी

मैंने देखा है तेरी यादों को अपनी तन्हाई में
जैसे कहती हो मुझे, अब तो चलो सो जाओ
Mainne dekha hai teree yaadon ko
Apnee tanhaee mein
Jaise kahti ho mujhe, ab to chalo so jao
रातों की तन्हाई शायरी
अपने साथ अक्सर कम ही रहा हूँ मैं
तन्हाइयों ने मेरा कभी साथ न छोड़ा
Apne saath aksar kam hee raha hoon main
Tanhaiyon ne mera kabhee saath na chhoda
छीन ली लोगों ने मेरी तन्हाई भी
इश्क में मिला दर्द और ये रुसवाई भी
Chheen lee logon ne meree tanhaee bhi
Ishq mein mila dard aur ye ruswai bhi
दिल है, मैं हूँ, और मेरी तन्हाई है
मुझको समझाने तेरी याद चली आई है
Dil hai, main hoon, aur meree tanhaee hai
Mujhko samajhaane teree yaad chalee aaee hai
Tanhai Shayari in Hindi 140 words

तेरे साथ जो वक़्त उड़ जाता था तपाक से
अब गुज़रता नहीं उसी का एक भी पल घंटो तक
Tere saath jo waqt ud jaata tha tapaak se
Ab guzarata nahin usee ka
Ek bhee pal ghanto tak
तन्हाइयाँ पहले मेरी इस कदर तन्हा न थी
हैराँ हुआ जाता हूँ मैं अपनी किस्मत देखकर
तन्हाई स्टेटस इमेज

Tanhaiyaan pahale meree
Is kadar tanha na thee
Hairaan hua jaata हूँ main
Apnee kismat dekhakar
कमरों में गुज़र गई ये पूरी ज़िन्दगी
घर की तलाश में बेघर ही रह गएँ
Kamron mein guzar gaee ye poori zindagi
Ghar kee talaash mein beghar hee rah gayen
मेरे अकेलेपन पे तन्हाईयाँ हैरान है
कि,महफ़िलों की रौनक आज ख़ुद वीरान है
Mere akelepan pe tanhaeeyaan hairaan hai
Ki,mahafilon kee raunak aaj khud veeraan hai
दर्द ए तन्हाई शायरी
इस तरह कटे मेरे सफ़र तन्हा
काफिला साथ, और रहगुज़र तन्हा
Is tarah kate mere safar tanha
Kaafila saath, aur rahaguzar tanha
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ख़्वाब की तरह बिखर जाने को जी चाहता है
ऐसी तन्हाई कि मर जाने को जी चाहता है
Khwaab kee tarah bikhar jaane ko jee chaahata hai
Aisee tanhaee ki mar jaane ko jee chaahata hai
Tanhai Shayari Gulzar

अपने साए से चौंक जाते हैं
उम्र गुज़री है इस क़दर तन्हा
Apane saaye se chaunk jaate hain
Umr guzaree hai is qadar tanha
शाम से आँख में नमी सी है
आज फिर आपकी कमी सी है
Shaam se aankh mein nami si hai
Aaj phir aapki kami si hai
Tanhai Shayari 2 lines

एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक
जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा
Ak mahafil mein kaee mahafilen
Hotee hain shareek
Jis ko bhee paas se dekhoge akela hoga
मुझे तन्हाई की आदत है मेरी बात छोड़ें
ये लीजे आप का घर आ गया है हाथ छोड़ें
Mujhe tanhaee kee aadat hai meree baat chhoden
Ye leeje aap ka ghar aa gaya hai haath chhoden
अपने होने का एहसास तन्हा होकर हुआ मुझे
ख़ुद से मिल सका बस तुझे खोने के बाद
Apne hone ka ehasaas tanha hokar hua mujhe
Khud se mil saka bas tujhe khone ke baad
तो दोस्तों इसी के साथ Tanhai Shayari के इस तन्हा माहौल में कैसे लगा ये akelapan shayari का गुलदस्ता ?
उम्मीद करता हूँ, जो सोचकर आपने इस पोस्ट को क्लिक किया था वो उम्मीदें ज्ज़रूर पूरी हुई होंगी आपकी. और अकेलेपन और तन्हाई के दर्द को अच्छे से महसूस किया होगा आपने।
और अगर आप भी मेरी ही तरह तन्हा है इस ज़िन्दगी में तो दिल छोटा न करें. मैं हूँ न आपके साथ. और हमारी तरह बहोत से लोग हैं ऐसे। कमेंट करें अगर ऐसा है तो, मैं ज़रूर जवाब दूंगा और कुछ सुझाव भी।
फिर जल्दी ही मुलाक़ात होगी. तब तक के लिए –
नमस्ते !
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Bhaut hi gahrai se bya kiya hai tanhai ko….
शुक्रिया सोनू भाई!