CIBIL Score का नाम सुनते ही आजकल लोगो को एक खौफ सा होने लगता है. सिबिल जैसे कोई खातार्र्नाक बम की तरह उनके सामने कभी भी

फट जा सकता है. ये डर उनको सिबिल स्कोर के बारे में फैली उन धारणाओं और गलतफहमियों की वजह से होता है जो बहोत आम हैं. 

आइये इन गलाफ्हमियों से छुटकारा पायें, CIBIL Score के बारे में सच जानकार. इनको जानने के बाद आपको भी डर नहीं लगेगा सिबिल स्कोर से. 

ये सबसे बड़ी ग़लतफ़हमी है. आपके अपने सिबिल स्कोर को चेक करने से कोई फर्क नहीं पड़ता, बल्कि आपके लिए अपने रिकॉर्ड जानना अच्छा होता है.

1. नियमित जांच करने से सिबिल स्कोर कम हो जाता है.

जी नहीं, ऐसा बिलकुल नहीं है. सिबिल स्कोर को आपकी आय से कुछ नहीं लेना होता है. सिबिल को सिर्फ आपके क्रेडिट से मतलब होता है.

2. आपकी आय सिबिल स्कोर को प्रभावित करती है.

नहीं जनाब! अच्छा क्रेडिट स्कोर आपको सिर्फ अपने बूते नया क्रेडिट कार्ड नहीं दिला सकता, इसके अलावे भी आपके और Data देखे जाते हैं.

3. अच्छे क्रेडिट स्कोर से क्रेडिट कार्ड सुरक्षित रहता है.

अरे नहीं साहेब ! बल्कि पुराने खाते बंद करने से आपके क्रेडिट डेटा कम हो जाते हैं, और इसकी वजह से परेशानियां बढ़ जाती है.

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4 . पुराने क्रेडिट्स बंद करने से स्कोर ठीक हो जाता है.

बड़े भोले हो बाबु ! भला आपके कैश में, जो आप Debit Card से इस्तेमाल करते हैं, CIBIL को क्यूँ दिलचस्पी होगी? वो तो सिर्फ आपका उधार खाता देखता है.

5 . Debit Card का ज्यादा इस्तेमाल CIBIL Score सुधरता है.

आशा करता हूँ आपलोगों को सिबिल स्कोर की गलतफहमियां और हकीकत दोनों का पता चल गया होगा. Please, स्टोरी को शेयर करें.