Google अंकल मेले कू पता है कि, आपके पास बिलकुल टाइम नहीं होता है कुछ भी सुनने का, मगल मेले कू फिल भी काना है आपछे. गुच्छा मत कलना प्लीज 

गूगल अंकल ये जो आपका बड़ा बेटा है न, "Adsense" ये न मेले जो बोत अच्छा लगता है. इछ्ने मेली बोत मदद की है, हमेछा से. मगल अंकल एक बात कहूं?

ये न खूब तरफदारी करता है, बड़े-बड़े Websites की, और हम जैछे छोटे वेब साइट्स वालों को घुड़कता रहता है. अब आप खुद बताओ अंकल, 

कोई आदमी अपननी वेब साइट्स के Ads par 2-4 $ के लिए क्यूँ इनवैलिड क्लिक करवाके अपने ऊपर आफत लेंगा? है न अंकल? मगर Adsense 

को यहीच लगता है, और वो अपने क़ानून छोटे Bloggers पे लगाके खुश होता है. कभी Ad Limit लगा देता है, तो क्या उन बड़े Websites पे कभी कोई दुश्मन 

जाके उनके Ads पे इनवैलिड क्लिक्स नहीं करता? करता ही होगा, मगर मैंने तो कभी उनपे कोई पाबंदी नहीं देखी, ऐसा क्य्युं है गूगल अंकल ?

ऑल पता है, उससे हम लोग बात भी नहीं कल छकते, क्यूंकि, वो अपने Dashboard  पे फीडबैक तो लेता है, मगर जवाब नहीं देता . मन तो बहोत कलता है मेला कि,

fulltoshayari.in

उसे बोलूं कि, "अईसा कईसे चलेगा रे बाबा ? आप ही थोला समझाओ न उसे. आप तो उछके डैडी हो, ज़लूल मानेगा आपकी बात. आप बोलोगे न Adsense को अंकल ??