Heart Touching Gulzar Shayari

शायरी शब्द सुनते ही गुलज़ार साहब सबसे पहले याद आते हैं. पेश है गुलज़ार साहब के कभी न भूल पाने वाले कुछ Heart Touching  शेर

रिश्तों की गहराई और अहमियत पे गुलज़ार साहब का ये शेर  देखें

हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते वक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते

ख़ामोशी का हासिल भी इक लम्बी सी ख़ामोशी थी उनकी बात सुनी भी हम ने अपनी बात सुनाई भी 

गुलज़ार साहब ख़ामोशी को भी सुनने की हिदायत देते हुए कहते हैं 

आँखों के पोछने से लगा आग का पता यूँ चेहरा फेर लेने से छुपता नहीं धुआँ 

बेबसी का आलम और दर्द का बयां गुलज़ार साहब की अदा

आप के बा'द हर घड़ी हम ने आप के साथ ही गुज़ारी है

किस खूबसूरती से दो रूहों को एक बना देते हैं गुलज़ार साहब

आइना देख कर तसल्ली हुई हम को इस घर में जानता है कोई

अकेलेपन और तन्हाई के  एहसास को  अल्फाजों में बयाँ होते देखें 

ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़्साने में एक पुराना ख़त खोला अनजाने में 

आज भी अपने किसी ख़ास का पुराना ख़त वैसी ही ख़ुशी देता है जैसी पहली बार मिली थी

कहने की नाकाम कोशिश  गुलज़ार साहब ने भी की है 

कितनी लम्बी ख़ामोशी से गुज़रा हूँ उन से कितना कुछ कहने की कोशिश की