दुनिया में रह के सुख की बातें सब झूठ का ताना बाना है बस ग़म है अपना और बाकी सब सिर्फ बातों का अफसाना है
किश्तों में ज़िंदगी का मज़ा आप जानिये किश्तों में ख़ुदकुशी का मज़ा हमसे पूछिये
कभी किश्तों में जी है ज़िन्दगी आपने?
हैरान हूँ मैं ज़िन्दगी इस तेरी अदा से क्या मन नहीं भरता तेरा मुझको रुला के?
पूरी दुनिया के हालात चाहे कुछ हो, आपके बिलकुल अलग होते हैं
न जाने मुझको देखकर ख़ुशी किधर गयीं तमाम उम्र ढूँढने में , उसको गुज़र गयी
ताउम्र सिर्फ तलाश ही रही, मिली कभी नहीं
तसल्लियाँ मिलीं बहोत कोई साथ न मिला यूँ ही तन्हा कट गयी ये ज़िन्दगी मेरी
अच्छा बोलने वाले हमेशा मिलेंगे, साथ कोई नहीं देगा
खवाबों में यूँ तो ज़िन्दगी हसीन है बहोत खवाबों में भला, ज़िन्दगी कटती है कहाँ
काश ये पूरी ज़िन्दगी ख़वाब ही होती
यूँ ज़िन्दगी ने मुझको खुशियाँ तो नहीं दी पर ज़िन्दा रहने के तजुर्बे बहोत दिए
ज़िन्दगी तजुर्बों में ही कट गयी
कुछ रोज़ हो गएँ हैं, रोया नहीं हूँ मैं हैरत में हूँ कि, ज़िंदा क्या मैं रहा नहीं?
जब तलक आँखे भींगे नहीं, ज़िन्दगी का पता नहीं चलता